भाभी की बुर को पेल कर चौड़ा किया
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Sex story |
Hii दोस्तों मै सुनील आप सभी का मेरे इस sex story
,website पर स्वागत करता हूँ और मै आशा करता हूँ की आप सभी लोग प्रतिदिन बुर चोदा करते है और जो लोग बुर नहीं चोद पाते है वे लोग अपने हाथ से ही मुठ मारकर अपना काम चलाते है पर आप लोग सब्र रखे आप के भी जिन्दगी में वे पल आने वाला है और आप लोग इसके प्रयास में लगे होंगे दोस्तों अपने इस sex story कोf शुरू करने से पहले मै अपने और अपने परिवार के बारे में कुछ बता दूँ
दोस्तों मेरा नाम सुनील है और मै वाराणसी city के समीप मिर्जापुर का निवासी हूँ मेरी आयु इस समय 27 वर्ष है और मेरी hight 5 फुट 8 इंच है तथा मेरे इस प्यारे लंड की लम्बाई 8 इंच है जो किसी भी औरत की नियत को ख़राब कर देगा और देखने में भी काफी खूबसूरत हूँ जिसकी वजह से लड़किया मुझ पर मरती रहती है
यह story 2014 की है जब मै 22 वर्ष का था मेरे घर में कुल सात सदस्य है जिसमे मेरे माता पिता और मुझसे बड़े एक बड़े भाई है जिनका नाम देवेंद्र है मेरे भैया देवेंद्र की शादी हो गयी है और उनका एक बेटा भी है जो इस समय 5 वर्ष का है जिसका नाम अनुज है मेरी भाभी बहुत सूंदर है उनकी सुंदरता को देखकर किसी भी आदमी की नियत खराब हो जाये भाबी का शरीर काफी भरा हुआ है देखने में थोड़ी मोटी है पर खूबसूरत है जब वह चलती है तो उनकी गार के दोनों कूल्हे हिलते हुए ऊपर निचे होते है उस समय क्या नजारा लगता है मन करता है की अभी उन्हें पेल दूँ एक बात बताना तो भूल ही गया की मेरी भाबी का नाम अनुराधा है और उनके बूब्स भी काफी बड़े है और मुझसे छोटा एक भाई है जिसका नाम धर्मेंद्र है बड़े भैया स्वम की mobile की दुकान चलाते है और छोटा भाई college में पढ़ता है और मै घर पर ही job की तैयारी करता हूँ तो दोस्तों अब story शुरू करते है\ भाभी मुझसे अक्सर मुझसे मजा लिया करती थी और अहा करती थी सुनील क्या हॉल है और तुम्हारा छोटा खिलौना कैसा है तुमको ज्यादा परेशान तो नहीं करता है उसके बाद मै भी उनसे कहता क्या भाभी आप के रहते हुए मुझे अकेले खेलना पड़ता है आप भी मेरे इस खिलौने से मेरे साथ खेलती तो ज्यादा मजा आता तब भाबी कहती देवर जी घबराओ मत मै भी आप के साथ आप के खिलौने से जरूर खेलूँगी पर समय आने दीजिये
एक दिन भाभी घर में झाड़ू लगा रखी थी और उनका पल्लू उनके छाती से निचे गिरा हुआ था और वह झुक कर झाड़ू लगा रही थी जिसकी वजह से उनके दोनों बूब्स बेलाउज से आधे दिखाई दे रहे थे और उनके बिच की दरार भी साफ साफ दिखाई दे रहा था मै एकदम से उन्हें घुर रहा था मेरा ध्यान सिर्फ भाभी के बूब्स पर था मुझे यह भी ध्यान नहीं था की भाभी मुझे देख रही है भीभी एक बैग से उठी और मेरा ध्यान टूट गया तभी भाभी बोली देवर जी बड़े ध्यान से किस चीज को देख रहे हो तो मै हिचकिचाते हुए बोला कुछ नहीं तो वह बोली कुछ तो जरूर देख रहे थे मैंने फिर कहा कुछ नहीं तो उन्होंने कहा बताओगे तो हो सकता है वह चीज आप को मिल जाये तो मैंने झट से कहा भाभी मै आपके बूब्स को देख रहा था तो वह बोली इसमें सरमाने वाली कौन सी बात है अब तुम नहीं देखोगे तो बाहरी देखेगा अब तो मेरा लंड पूरा आठ इंच खड़ा हो गया था जो भाभी को पूरा साफ दिखाई दे रहा था भाभी बोली सुनील चलो थोड़ा मेरे bedroom में तो मै भाभी के साथ उनके bedroom में गया वहाँ पर जाने के बाद भाभी बोली सुनील जरा अपना पेंट निचे करना तो मैंने कहा भाभी आप क्या कर रही है बाहर मम्मी पापा है तो भाभी बोली बेवकूफ मै कुछ कर नहीं रही हूँ मै सिर्फ तुम्हारा लंड देख रही हूँ जो बाहर से ही इतना बड़ा दिखाई दे रहा है उसके बाद भाभी उसे देखते ही चौक गयी और बोली बाप रे देवर जी तुम्हारा लंड तो काफी बड़ा है उसके बाद भाभी ने उसे तुरंत चुम लिया और कहा ऐसा लंड तो सिर्फ porn movie में ही देखा है फिर भाभी ने कहा घबराओ मत मौका मिलेगा तो हम लोग पुरे sex का लाभ उठाएंगे उसके बाद भाभी ने अपने बलाउज के बटन को खोला और कहा देवर जी आप इन्हे ही देख रहे थे लो इन्हे ध्यान से देख लो मै भाभी दोनों बूब्स को ध्यान से देखा जो दिखने में काफी खूबसूरत और पुरे गोल थे उनको देखने के बाद मैंने उनके दोनों बूब्स को झट से अपने हाथो में पकड़ा पर उनके बूब्स मेरे हाथो में सही से नहीं आ रहे थे उसके बाद मैंने भाभी के दोनों बूब्स को बारी बारी से अपने मुँह में लेकर चूसा तब भाभी बोली बस देवर जी अब दूसरे दिन तो मैंने कहा ठीक है पर मैने कहा भाभी मुझे आप की चुत भी देखनी है तो भाभी बोली ठीक है पर जल्दी करना उसके बाद भाभी bed पर लेट गयी और अपने पैरो को फैला दी जिसके कारण भाभी की चुत मुझे साफ दिखाई दे रही थी भाभी की चुत एकदम गुलाबी और और उसके चारो तरफ काले घुंघराले बाल उसकी सोभा को और बढ़ा दे रहे थे मानो कीचड़ में कमल खिला हो मुझे उस समय ऐसा प्रतीत हो रहा था की मै स्वर्ग के दर्शन कर रहा हूँ उनकी चुत को निहारने के बाद मैंने भाभी की चुत पर एक प्यारा सा किस दिया और उसके बाद मैंने भाभी से कहा उठ जाइये भाभी हलाकि भाभी अब थोड़ी उत्तेजित हो गयी थी पर सही समय न होने की वजह से sex नहीं हो पाया उसके बाद भाभी ने मुझे एक प्यारा किस दिया और कहा यदि मुझे अच्छा मौका मिलेगा तो तुम्हारे साथ जरूर sex करुँगी उसके बाद भाभी झाड़ू लगाने चल गयी और फिर मै बाइक से market घूमने चला गया
उस दिन मै बहुत खुश था हो भी क्यों न मुझे स्वर्ग के जो दर्शन हो गए थे उस दिन के बाद मै भाभी को हर रोज इसी प्रकर छू लेता ! हम दोनों एक अच्च्छे मौके की तलाश में थे एक दिन हमें वह मौका मिल ही गया कुछ ही दिनों बाद हमारे मामा के यहाँ मामा के लड़के की शादी थी घर के सभी लोग शादी से 15 दिन पहले चले गए शिवाय भाभी , भैया और मुझको छोड़ कर घर के सभी लोग शाम के समय चले गए अगले सुबह भैया अपनी मोबाइल की दुकान पर चले गए अब घर में सिर्फ मै और भाभी ही थी भैया के जाते ही भाभी तुरंत मेरे कमरे में आयी और मेरे room का दरवाजा बंद की उसके बाद मेरे ऊपर कूद पड़ी फिर मेरे एक एक कपडे को बारी बारी उतारना शुरू की उसके बाद उन्होंने मेरे लंड को अपने हाथ में पकड़ा और कहा वाह देवर जी आपका लंड वाकई में खेलने लायक है फिर उसके बाद उन्होंने मेरे लंड को अपने मुँह में लिया और उसे अंदर बाहर करना शुरू किया क्या बताऊ आप लोगो को की उस समय मुझे कितना आनंद आ रहा था मन कर रहा था की बस यू ही भाभी के मुँह में अपना लंड डालकर चुसवाता रहु भाभी मेरे लंड को बरे मजे से चूस रही थी उन्हें बहुत मजा आ रहा था वे मेरे लंड अपने मुँह में सात इंच ले ले रही थी करीब दस मिनट बाद मेरे लंड से एक तेज प्रेसर के साथ मेरा वीर्य उनके मुँह में गिरा और उनका पूरा मुँह मेरे वीर्य से भर गया और उन्होंने मेरे पुरे मॉल को गटक लिया और उसके बाद उन्होंने कहा देवर जी आप का वीर्य तो ही बहुत स्वादिस्ट है और बहुत ज्यादा मात्रा में निकलता भी है आपके भैया का तो थोड़ा ही निकलता है
उसके बाद भाभी bed पर लेट गयी और उन्होंने मुझे कहा देवर जी मैंने आपका लंड चूस कर मजा कराया अब आप की बारी है उसके बाद उन्होंने अपने दोनों पैरो को मोड़ा जिससे उनकी बुर अच्छी तरह से चूसा जा सके अब मै bed से उतर कर मै उनके दोनों पैरो को पकड़ कर उनके बुर को चूसना शुरू किया मै अपने जीभ को उनकी बुर के छेद में अंदर बाहर करने लगा भाभी जोर जोर से सिसकिया ले रही थी और बोल रही थी ऐसे ही देवर जी चुसो बहुत आनंद आ रहा है आप बहुत ही अच्छी तरह से चुसते है आप के भैया मेरे बुर को नहीं चूसते है उन्हें घिन आती है कुछ ही समय बाद भाभी की बुर ने मेरे मुँह में अपना वीर्य गिरा दिया और मैंने भी उनके वीर्य को पी लिया अब मै उठकर भाभी के दोनों बूब्स को अपने हाथो में पकड़ा और उन्हें मसलना शुरू किया मैंने भाभी के बूब्स को मसल कर लाल कर दिया वे पुरे गुलाबी हो गए थे उसके बाद मैंने भाभी के बूब्स को चूसना शुरू किया मै उनके बूब्स को बड़े मजे से चूस रहा था भाभी जोर जोर से सिसकिया ले रही थी अब उनसे बर्दास्त नहीं हो रहा था और उन्होंने कहा देवर जी अब बर्दास्त नहीं हो रहा है अब मेरे बुर में अपना लंड डाल दो
मैंने अपने लंड पर थोड़ा सा तेल लगाया और उनकी बुर में भी फिर मैंने अपने लंड का सूपाड़ा उनकी बुर के छेद पर रखा एक हल्का धक्का मारा और मेरा आधा लंड उनकी बुर में घुस गया जिससे कारण उनकी मुँह से चीख निकल गयी उनकी आँखों में हल्का सा आंसू भर आया उन्हें थोड़ा दर्द हो रहा था क्यों की मेरा लंड मेरे भैया से काफी बड़ा और मोटा था फिर से मैंने एक और धक्का मारा और इस बार मेरा पूरा लंड उनकी बुर में घुस गया और भाबी की दोनों आंखे आसुओ से भर गयी और कहने लगी देवर जी मुझे बहुत दर्द हो रहा है थोड़ी देर रुक जाइये तो मै कुछ देर इसी तरह अपना लंड भाभी की बुर में घुसाकर पड़ा रहा जब भाभी का दर्द कुछ कम हुआ तो उन्होंने कहा देवर जी अब धीरे धीरे अपना लंड अंदर बाहर कीजिये अब मैंने अपना लंड अंदर बहार करना शुरू किया अब भाभी को उतना दर्द नहीं हो रहा था क्यों की उनकी चुत अब मेरे लंड की size नाप चुकी थी अब वह भी गार उठा उठा कर मेरा लंड अपने बुर में ले रही थी अब उन्हें भी मजा आ रहा था और वह कह रही थी और जोर से पेलिए देवर जी बस इतना ही आप में दम है आज आप मेरी बुर को पेल कर फाड् दीजिये साली बहुत परेशान करती है उसके बाद मैंने भाभी के बुर से अपना लंड बाहर निकला और उन्हें घोड़ी बनाया फिर से मैंने उनके बुर में अपना लंड डालकर पेलना शुरू किया इसी प्रकार मैंने भाभी की पोजीशन को change
कर के अलग अलग तरिके से लगभग 45 minte तक पेला उसके बाद हम दोनों एक साथ झड़ गए
उस दिन मैंने भाभी को चार बार पेला अब भाभी पूरी तरह से खुश थी और कह रही थी वाह देवर जी आज तो मजा आ गया इसी प्रकार हम दोनों प्रतिदिन 14 दिनों तक लगातार चुदाई की और पन्द्रहवे दिन हम तीनो भैया , भाभी और मै मामा के लड़के की शादी में चले गए और अब हमें जब भी थोड़ा भी मौका मिलता है हम दोनों चुदाई करना शुरू कर देते है दोस्तों अब मेरी शादी पड़ी हुई है जिसकी वजह भाभी बहुत उदास रहती है वह मेरे साथ sex तो कर देती है पर मुझसे सही ढंग से बात नहीं करती है
तो दोस्तों आप को यह मेरी sex story कैसी लगी यदि आप को यह story पसंद आयी हो तो आप मुझे अपना जवाब comment के माध्यम से भेज सकते है दोस्तों इस sex story को पढ़ने के लिए आप लोगो का बहुत बहुत धन्यवाद !
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